Difference Between On-Page SEO and Off-Page SEO in Hindi

Difference Between On-Page SEO and Off-Page SEO in Hindi

ऑनपेज एसईओ और ऑफपेज एसईओ दो विभिन्न तरीकों से एक वेबसाइट की रैंकिंग को बढ़ाने के लिए कार्य करते हैं।

ऑनपेज एसईओ (On-Page SEO):

ऑनपेज एसईओ (on-page seo) उन सभी तकनीकी एवं सामग्री संबंधित (content related) कार्रवाईयों को दर्शाता है जो सीधे रूप से वेबसाइट पृष्ठों (Website Pages) पर की जा सकती हैं। इसमें मुख्यत: कीवर्ड अनुसंधान, (keyword research), मेटा टैग, (meta tag) , यूआरएल संरचना (url structure) , वेब पृष्ठ की शीर्षक (web page title) (टाइटल) एवं विषय संरचना (structure) शामिल हैं। यह उन तकनीकी पहलुओं को संभालता है जो सीधे रूप से वेब पृष्ठों (web pages) को समझाने और रैंक करने में मदद करते हैं।

ऑफपेज एसईओ (Off-Page SEO):

ऑफपेज एसईओ (off पेज seo) उन सभी गतिविधियों को आवलोकन (overview) और विश्लेषण (analysis) करता है जो वेबसाइट की रैंकिंग (Website Ranking) को सीधे रूप से प्रभावित करती हैं, परंतु वेब पृष्ठों (web pages) की नहीं। इसमें सामाजिक मीडिया बैकलिंक्स (social media backlinks), आर्थिक बैकलिंक्स, फोरम योजना (forum plan), ब्लॉगिंग (blogging), समाचार लेखन और अन्य ऑनलाइन प्रचारप्रसार (online promotion) की गतिविधियाँ शामिल होती हैं। ये सभी गतिविधियाँ एक वेबसाइट (Website) की प्रमुखता बढ़ाने, यूजर्स को आकर्षित करने, और सर्च इंजन्स में उच्च रैंक प्राप्त करने में मदद करती हैं।

समस्त, ऑनपेज एसईओ और ऑफपेज एसईओ का संयोजन, वेबसाइट की पूर्णता और विश्वासीकरण में मदद करके सर्च इंजन रैंकिंग में सुधार कर सकता है।

On Page Vs Off Page SEO In Hindi
Difference Between On-Page SEO and Off-Page SEO in Hindi

ऑनपेज एसईओ (On Page SEO):

उच्च गुणवत्ता वाला कंटेंट लिखना:

  • आपका कंटेंट उपयोगकर्ताओं के लिए सौजन्यपूर्ण और महत्वपूर्ण होना चाहिए।
  • जानकारी सही और स्पष्ट होनी चाहिए ताकि पढ़ने वालों को तत्पर करे।
  • भाषा सामाजिक और सहज होनी चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग इसे समझ सकें।

सही कीवर्ड का उपयोग करना:

  • जाँचें कि आपके लेख में मुख्य कीवर्ड्स का सही रूप से उपयोग हो रहा है।
  • संबंधित और लंबेपैंथ कीवर्ड्स का भी ध्यान रखें।

कीवर्ड को सही स्थानों पर रखना:

  • मुख्य कीवर्ड्स को शीर्षक, पैराग्राफ, और सारांश में स्थान दें।
  • हेडिंग टैग्स में भी कीवर्ड्स का उपयोग करें।

शीर्षक और विवरण (Title and Meta Description):

  • प्रत्येक पृष्ठ के लिए उपयुक्त शीर्षक और मेटा विवरण बनाएं जो स्पष्ट, संक्षेप, और प्रभावी हों।
  • इन्हें खोज इंजन्स द्वारा सही तरीके से पढ़ा जा सकता है।
  • शीर्षक और मेटा विवरण को ऐसे बनाएं जो पढ़ने वालों को आकर्षित करें।
  • मुख्य कीवर्ड्स को इन टैग्स में सही रूप से समाहित करें।

वेब पेजों के बीच अच्छी तरह से जुड़े हुए:

  • इंटरलिंकिंग का उपयोग करें ताकि एक पृष्ठ से दूसरे पृष्ठ पर आसानी से जा सके।
  • इंटरनल लिंकिंग से उपयोगकर्ताओं को और भी संबंधित जानकारी प्राप्त हो सकती है।

मोबाइल के अनुकूल होना:

  • आपकी वेबसाइट को मोबाइल डेवाइसों के लिए अनुकूलित करें।
  • रेस्पॉन्सिव डिज़ाइन का उपयोग करें ताकि यह विभिन्न साइज के स्क्रीन्स पर ठीक से दिखे

SEO Friendly URL/Slug बनाएं:

  • URL को सरल और समझने में आसान बनाएं।
  • मुख्य कीवर्ड्स का उपयोग करें लेकिन अत्यधिक कीवर्ड्स का एक संबंधित समूह बनाएं।
  • डैश (-) का उपयोग अंतर शब्द स्थितियों के लिए करें।

Image के Customization पर ध्यान दे:

  • अपनी इमेज का आकार सही करें ताकि यह वेब पृष्ठ की गति पर अधिक दबाव न डालें।
  • एल्ट टैग्स का उपयोग करके विवरणीय और समर्थनीय इमेज वितरित करें।

Website की Loading Speed बढ़ाएं:

  • छवियों को ऑप्टिमाइज करें ताकि वे कम स्थान ले।
  • CSS, JavaScript, और HTML को मिनिफाई करें।
  • एक सबसे अच्छे होस्टिंग सेवा का चयन करें।
  • कैशिंग का उपयोग करें ताकि पेज तेजी से लोड हों।

Internal और External Links जोड़ें:

  • आपके वेबसाइट के भीतर अच्छी तरह के लिए इंटरनल लिंक्स जोड़ें।
  • अपने संदर्भ में समृद्धि के लिए बाह्यिक लिंक्स जोड़ें।

Broken Links को Remove करें:

  • नियमित रूप से अपनी वेबसाइट की जाँच करें और टूटे हुए लिंक्स को ठीक करें या हटा दें।
  • 404 Page  त्रुटि सत्र को ध्यानपूर्वक निरीक्षण करें और ठीक करें।

Keyword Stuffing बिलकुल ना करें:

  • मुख्य कीवर्ड्स का सही और प्राकृतिक उपयोग करें।
  • अधिकतम 2-3% मुख्य कीवर्ड्स का उपयोग करें, और सुरक्षित रहें।

Off Page SEO (ऑफपेज एसईओ):

उच्च– authority साइटों से बैकलिंक प्राप्त करना:

  • अपनी वेबसाइट को अधिक महत्वपूर्ण बनाने के लिए, आपको अन्य प्रमुख और उच्च-authority साइटों से बैकलिंक प्राप्त करना चाहिए।

सामाजिक मीडिया पर सक्रिय होना और अपनी वेबसाइट का प्रचार करना:

  • आपको सामाजिक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर अपनी वेबसाइट को प्रस्तुत करना चाहिए और लोगों के साथ जुड़ना चाहिए ताकि आपका विचार और उत्पाद साझा हो सके।

अन्य साइटों पर अपनी वेबसाइट का उल्लेख करना:

  • अन्य वेबसाइटों, ब्लॉगों, और फोरमों में अपनी वेबसाइट का उल्लेख करके आप अपने ब्रांड को बढ़ा सकते हैं।

उद्योग में अन्य लोगों के साथ नेटवर्किंग करना:

  • आपको अपने उद्योग में अन्य लोगों के साथ नेटवर्किंग करना चाहिए, जिससे आपकी वेबसाइट को अधिक दृष्टिगत और मान्यता मिल सके।
  • बैकलिंक्स (Backlinks): एक अच्छा बैकलिंक आपके वेबसाइट को अन्य वेबसाइट्स से जोड़ने में मदद कर सकता है। यह गूगल को बताता है कि आपकी साइट पर मानवीय या उपयुक्त सामग्री है और इससे आपकी रैंकिंग में सुधार हो सकता है।
  • सोशल मीडिया प्रचार (Social Media Promotion): आपकी वेबसाइट को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर साझा करना भी महत्वपूर्ण है। यह आपके ऑडियंस के साथ संवाद को बढ़ा सकता है और आपकी वेबसाइट को लोगों के बीच प्रसारित कर सकता है।
  • वेबसाइट की गुणवत्ता (Website Quality): वेबसाइट की गुणवत्ता और उपयोगकर्ता अनुभव भी महत्वपूर्ण हैं। जब आपकी वेबसाइट उपयोगकर्ता द्वारा सहानुभूति की जाती है और वहां अच्छी सामग्री होती है, तो गूगल इसे अधिक प्राथमिकता देता है।
  • वीडियो और ग्राफिक्स (Videos and Graphics): उच्च गुणवत्ता के वीडियो और ग्राफिक्स का उपयोग करके आप अपनी वेबसाइट को आकर्षक बना सकते हैं और उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकते हैं। ये भी साझाकृति बढ़ा सकते हैं।

off page vs on page seo

ऑफपेज एसईओ के ये पहलुए आपके ऑनलाइन प्रदर्शन को मजबूती देने में मदद कर सकते हैं और आपकी वेबसाइट को खोज इंजन रैंकिंग में ऊपर ले जा सकते हैं।

ऑनपेज एसईओ और ऑफपेज एसईओ दोनों ही मिलकर आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन्स में उच्च रैंक मिलने में मदद करते हैं। इन तकनीकों को सही ढंग से अपनाकर आप अपनी ऑनलाइन पहुंच को बढ़ा सकते हैं और अधिक तकनीकी दृष्टिकोण से लाभ उठा सकते हैं।

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